Test 2

संक्षिप्त परिचय

योगीजी का जन्म देवाधिदेव भगवान् महादेव की उपत्यका में स्थित देव-भूमि उत्तराखण्ड में 5 जून सन् 1972 को हुआ। शिव अंश की उपस्थिति ने छात्ररूपी योगी जी को शिक्षा के साथ-साथ सनातन हिन्दू धर्म की विकृतियों एवं उस पर हो रहे प्रहार से व्यथित कर दिया। प्रारब्ध की प्राप्ति से प्रेरित होकर आपने 22 वर्ष की अवस्था में सांसारिक जीवन त्यागकर संन्यास ग्रहण कर लिया। आपने विज्ञान वर्ग से स्नातक तक शिक्षा ग्रहण की तथा छात्र जीवन में विभिन्न राष्ट्रवादी आन्दोलनों से जुड़े रहे।...

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Test 3

गुरु श्री गोरक्षनाथ मंदिर

महायोगी गुरु गोरक्षनाथ एवं उनकी तपःस्थली गोरखनाथ मन्दिर, गोरखपुर
हिन्दू-धर्म, दर्शन, अध्यात्म और साधना के अन्तर्गत विभिन्न सम्प्रदायों और मत-मतान्तरों में नाथ सम्प्रदाय का प्रमुख स्थान है। भारतवर्ष का कोई प्रदेश, अंचल या जनपद नहीं है जिसे नाथसम्प्रदाय के सिद्धों या योगियों ने अपनी चरण रज से साधना और तत्त्वज्ञान की महिमा से पवित्र न किया हो। देश के कोने-कोने में स्थित सम्प्रदाय के तीर्थ-स्थल, मन्दिर, मठ, आश्रम, दलीचा, खोह, गुफा और टिल्ले इस बात के प्रत्यक्ष प्रमाण हैं कि नाथ सम्प्रदाय भारतवर्ष का एक अत्यन्त गौरवशाली प्रभविष्णु, क्रान्तिकारी तथा महलों से कुटियों तक फैला सम्पूर्ण मानवता के कल्याण का मार्ग प्रशस्त करने वाला लोकप्रिय प्रमुख पंथ रहा है। ...

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लोक सभा

  • लोक सभा

    लोक सभा

    धार्मिक तथा सामाजिक क्षेत्र में बढ़ते राजनीतिक हस्तक्षेप और विकास के मौलिक ढाँचे की राजनीति पर निर्भरता ने गोरक्षपीठ को राजनीतिक क्षेत्र में आने के लिए बाध्य किया जिसका निर्वहन योगी जी के दादा गुरू ब्रह्मलीन महन्त परम् पूज्य दिग्विजयनाथ जी महाराज तथा परम् पूज्य महन्त अवेद्यनाथ जी महाराज ने किया। इसी परम्परा को आगे बढ़ाते हुये पूज्य योगी आदित्यनाथ जी महाराज ने वर्ष 1998, 1999, 2004 तथा 2009 में गोरखपुर संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया तथा राजनीति में उच्च शुचिता का मानदण्ड स्थापित किया।

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चित्र वीथिका

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